लखीसराय हत्या के 5 दिनों के बाद भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं होना शर्मनाक-विजय कुमार सिन्हा।

पिछले छठ के दौरान भी हुई थी छेड़छाड़ की घटना पर उनकी शिकायत पर पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं।

मुझपर लगाए गए आरोपों को प्रमाणित करें अन्यथा माँफी माँगे।

दारु-बालू-जमीन माफियाओं का सिंडिकेट करा रही है हत्यायें, पुलिस का इनको संरक्षण।

अपराधी की गोली से मारे गये परिवारों को सरकार दे कम से कम 5 लाख का मुआवजा।

पटना 24 नवंबर 2023:बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपने सरकारी आवास 1 नंबर पोलो रोड में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा है कि लखीसराय में 5 दिनों पूर्व हुई हत्याओं में अभी तक अपराधी की गिरफ्तारी नहीं होना शर्मनाक है। वो पी.एम.सी.एच में इलाजरत परिवार के सदस्यों से आज प्रात:काल मुलाक़ात करने के बाद प्रेस वार्ता कर रहे थें।

श्री सिन्हा ने कहा कि इस घटना में 3 लोगों की मृत्यु हुई और 3 पी.एम.सी.एच में इलाजरत हैं। 2 लोगों की गोली अभी भी नहीं निकली है और 1 की स्थिति नाज़ुक है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि उनके ज़मीन पर माफियाओं की बहुत दिनों से नज़र थी और वो इसे हथियाना चाहते हैं। पुलिस ने जान बूझकर इसे प्रेम प्रसंग का मामला घोषित कर दिया है। भीड़-भाड़ वाले जगह में अपराधी को किसी ने नहीं पकड़ा। उसे भगा दिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए।

श्री सिन्हा ने कहा कि पिछले वर्ष छठ के समय भी अपराधी द्वारा छेड़खानी की गई थी और परिवार ने थाना में शिकायत की थी। कोई कार्रवाई नहीं हुई। उस समय भी अभी वाले एस.पी ही थें। यदि कार्रवाई होती तो आज ऐसी नृशंस हत्याएं नहीं होती।

श्री सिन्हा ने कहा कि जदयू-राजद के लोगों द्वारा मुझपर लखीसराय में बालू घाट चलाने का आरोप लगाया गया है। में उन्हें चुनौती देता हूँ कि वो इसे साबित करें अन्यथा मांफी मांगे। उन्होंने फोटो जारी करते हुए कहा कि राजद के लोग हत्यारे के साथ दिख रहे हैं। साथ ही जदयू के लोग भी शामिल हैं। स्थानीय सांसद के लटक लखीसराय में कोहराम मचाये हुए हैं।

श्री सिन्हा ने कहा कि लखीसराय में हत्याओं का इतिहास पुराना है। यहाँ बालू,दारू और जमीन माफियाओं का सिंडिकेट है जो इन हत्याओं को अंजाम देते हैं। इन्हे पुलिस का भी संरक्षण प्राप्त है। बदले में ये पुलिस को कमाई का हिस्सा देते हैं।

श्री सिन्हा ने कहा कि पिछले दिनों जमुई,बेगूसराय,बिक्रम एवं नालंदा में एयरफोर्स के जवान सहित अनेक हत्याओं ने कानून व्यवस्था का पोल खोल दिया है। राज्य जंगल राज-2 में प्रवेश कर गुंडा राज में तब्दील हो गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि जब लालू प्रसाद यादव जी मुख्यमंत्री थें उस दौरान लखीसराय में हुई हत्याओं के बाद न केवल मुआवजा बल्कि पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी भी मुहैया कराये थें। मौजूदा चाचा-भतीजा की सरकार, अभी हुये नरसंहार में अपराधी की गोली से मारे गये परिवारों को सरकार मुआवजा देना तो दूर, इस घटना पर बिलकुल संवेदनहीन हैं।

श्री सिन्हा ने मांग करते हुए कहा है कि सरकार लखीसराय घटना में आहत परिवार को कम से काम 5 लाख का मुआवजा दें अन्यथा प्रदेशव्यापी जन आंदोलन के लिए तैयार रहें।

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